महिमा भोलेनाथ की 

हेलो दोस्तों स्वागत है आपका एक बार फिर से Social life any time में दोस्तों आज की कहानी है। Shiv Mahima : भगवान शिव की महिमा  दोस्तों आज इस  भगवान् शिव की महिमा के बारे में बताऊंगा। तो चलिए शुरू करते है। 


Table Of Content

  1. भगवान् शिव का स्वारूप 
  2. भगवान् शिव का नीलकंठ नाम किस लिए पड़ा                          
  3. भगवान्  शिव की आराधना और पूजा 
  4. भगवान् शिव की शक्तियां और योग 
  5. भगवान् शिव का निवास और मंदिर 
  6. भगवान् शिव का सन्देश 
  7. निष्कर्ष 
  8. Faq

दोस्तों भगवान् शिव यानि भोलेनाथ ,शम्भू नीलकंठ और न जाने कितने नामों से पुकारा जाता है मेरे शिव को , दोस्तों भगवान् शिव की महिमा के किस्से आपको पौराणिक ग्रंथों में मिल जाते है। दोस्तों उन्ही में से एक Shiv Mahima महिमा शिव की कहानी बताने जा रहा हु। 


Shiv Mahima : भगवान शिव की महिमा 


भगवान् शिव का स्वरूप :


दोस्तों Shiv Mahima में आपको भगवान् शिव के स्वरुप के बारे में जानना अति आवश्यक हो जाता है। भगवान् शिव का क्या स्वरुप है ?

दोस्तों भगवान् शिव का स्वरुप बहुत ही भव्य और दिव्य है। भगवान् शिव त्रिनेत्रधारी है। भक्तों जिनकी एक आंख भबिष्य और दूसरी आंख वर्तमान को दर्शाती है और तीसरी आंख अतीत का ज्ञान कराती है। दोस्तों भगवान् शिव की जटाएं आकाश और पृथ्वी के मिलान को प्रदर्शित करती है। और शिव जी का भस्म से ढका हुआ शरीर हमें जीवन में अस्थिरता और मृत्यु को प्रदर्शित करता है। 


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भगवान शिव का नाम नीलकंठ किस लिए पड़ा ?


दोस्तों भगवान् शिव को नीलकंठ नाम से भी जाना जाता है। दोस्तों भगवन शिव का नीलकंठ नाम से इसलिए जाना जाता है। कियोकि एक बार असुरों और देवताओ ने अमृत प्राप्त करने के लिए समुन्द्र मंथन की योजना बनायीं। जिसमे उन्होंने मंदराचल पर्वत को मथनी और शेषनाग को रस्सी के रूप में उपयोग किया। 

दोस्तों जब समुन्द्र मंथन शुरू किया गया तो बहुत सारी बस्तुए निकली जिसमे से हलाहल विष भी निकला जो सभी को छती पहुंचा सकता था उन्होंने विश्व कल्याण के लिए उस हलाहल विष को अपने कंठ में उतार लिए जिस कारण उनका नाम नीलकण्ड पड़ गया। 


भगवान् शिव की पूजा और आराधना :


दोस्तों  Shiv Mahima में आपको शिव की आराधना कैसे करनी है। दोस्तों भगवान् शिव की उपासना करने के लिए बहुत सारी पूजा विधियां और व्रत होते है। जैसे -

  1. महाशिवरात्रि 
  2. श्रावण मास के सोमवार 

महाशिवरात्रि : 


दोस्तों शिव भक्तों के लिए शिरात्रि एक महा पर्व है। जो हर साल में फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दसी को आता है। इस दिन शिव भक्त रात भर जागकर शिव की पूजा और भजन करते है। शिव रात्रि के दिन शिव भक्त शिवलिंग पर जल दूध और बेलपत्र और पुष्प अर्पित करते है। 


श्रावण मास के सोमवार :


  दोस्तों श्रावण मास के हर सोमवार को भी भगवान् शिव जी की पूजा अर्चना और आराधना की जाती है सोमवार के दिन भक्त शिव जी को जल दूध पुष्प और बेलपत्र को अर्पण करते है। जिससे भगवान् शिव प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते है।  


भगवान् शिव की शक्तियां और योग : 


दोस्तों भगवान् शिव की महिमा में भोलेनाथ को योगियों का आदर्श गुरु माना जाता है। दोस्तों भगवान् शिव की साधना और ध्यान करने से हमे आत्मज्ञान की प्राप्ति होती है। 


शिव की शक्तियां :

  1. सृजन और विनाश 
  2. शर्वशक्तिमान 
  3. अशुद्धता से शुद्धि 
  4. करुणा और विनम्र 
  5. योग और ध्यान 

शिव ये योग :

  1. तपस्वी और ध्यान 
  2. योग के आचार्य 
  3. शिव शुत्र और तंत्र 

भगवान् शिव का निवास और मंदिर :

दोस्तों  Shiv Mahima  में भगवान् शिव के अनेक प्रसिद्ध मंदिर है। जंहा शिव भक्त जाकर अपने मन की पीड़ा बताने के लिए जाते है। दोस्तों भगवान् शिव बहुत ही विनम्र है जो अपने भक्तों के कास्ट को नहीं देख सकते है और  उनकी साडी इच्छा को पूरा कर देते है। 

  • काशी 
  • कैलाश 
  • अमरनाथ 
  • बद्रीनाथ 
  • सोमनाथ 
ऐसे बहुत सरे मंदिर है। जंहा शिव जी वास करते है। 

भगवान् शिव का सन्देश :

दोस्तों भगवन शिव की महिमा में हम शिव भक्तो को साधारणता और तपस्या का एक गहरा महत्व सिखाती है। दोस्तों भोलेनाथ जैसा कोई और नहीं हो सकता है। भगवान् शिव बहुत ही साधारण और सरल और विनम्र है। जो भी उनकी भक्ति करता है वो भक्त हमेशा हर संकट से लड़ने में सक्षम रहता है और कोई कास्ट अपने भक्तों पर नहीं आने देते है। ऐसे है मेरे भोलेबाबा --

निष्कर्ष :


दोस्तों  Shiv Mahima : भगवान शिव की महिमा  में आपको भगवान् शिव के चरित्र और बहुत सरे किस्से के बारे में जानने को मिला दोस्तों उम्मीद करता हु आपको  Shiv Mahima आर्टिकल पसंद आया होगा दोस्तों इस कहानी से ये निष्कर्ष निकल कर आता है की। भगवान् शिव की महिमा अनंत है। दोस्तों भगवान् शिव के योगों को अपनाकर हम अपने जीवन को सार्थक कर सकते है। और हम अपने जीवन को सुखमय और शांति की और
 ले जा सकते है। 


FAQ :

प्रश्न : भगवान की प्रमुख शक्तियां क्या है ?


उत्तर : भगवान् शिव की प्रमुख शक्ति कुछ इस प्रकार है। जैसे सृजन और विनाश ,अशुद्धता से सुधता ,योग और ध्यान आदि 


प्रश्न : भोले नाथ के कौन कौन से प्रमुख रूप है ?


उत्तर : भगवान् शिव के प्रमुख रूप में से है। जैसे की महादेव ,नीलकंठ , भोले नाथ , आदियोगी आदि है। 


प्रश्न : भगवान् शिव की पूजा अर्चना की विधि क्या है ?


उत्तर : भगवान् शिव की पूजा अर्चना करने की विधि बहुत ही सरल है। जिसमे आप शिवलिंग पर जल दूध पुष्प और बेलपत्र का अर्पण करके भगवान् शिव को प्रसन्न कर सकते है।